ई.आर.पी. संशोधन फॉर्म को लेकर बिट्सियन जनता के मन में उठ रहे विभिन्न सवालों के जवाब जानने के लिए हमने ई.आर.पी. टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे साकेत भार्गव से मुलाक़ात की| उन्होंने बताया कि इसकी जरुरत एलिजिबिलिटी शीट से इतर कोर्स लेने के लिए जिसे “ओवरलोड” कहा जाता है के लिए होगी| इसका प्रोफोर्मा 15 जनवरी को ऑनलाइन उपलब्ध करवा दिया जाएगा| छात्रों को इसे भर कर 16 जनवरी को ए.आर.सी.डी. कार्यालय में जमा कराना होगा| इस प्रोफोर्मा में वे एक से अधिक कोर्स भी भर सकते हैं| छात्रों को ओवरलोड में विषय का चुनाव करते वक्त उनके “क्लैश-फ्री” होने और इस सेमेस्टर के लिए रजिस्टर किये सभी कोर्सेज़ की यूनिट्स का योग अधिकतम 25 तक होने जैसे बिंदुओं को ध्यान में रखना होगा|
जिन छात्रों ने ई.आर.पी. के दौरान ओवरलोड किया था, उन्हें वही कोर्स संशोधन फॉर्म में भी भरना होगा और उसके साथ ही उस कोर्स का ई.आर.पी. में भरा जाना भी स्पष्ट करना होगा| यदि ई.आर.पी. में भरे गए ओवरलोड की वजह से अन्य छात्रों को अपने पसंद के विषय नहीं मिल पा रहे होंगें तो उस स्थिति में उनका ओवरलोड कोर्स “डी-रजिस्टर” कर दिया जाएगा| जब सभी छात्रों के फॉर्म आ जाएँगे, तभी कोर्स आवंटन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी| अतः कोर्सेज़ पी.आर. नंबर के अनुसार दिए जाएँगे न कि पहले फॉर्म जमा करवाने के आधार पर| कोर्स आवंटन की सूची 21 जनवरी को जारी की जाएगी| उसके बावजूद भी अगर कुछ विसंगतियाँ सामने आती हैं तो एक और संशोधन 24 जनवरी को किया जाएगा जिसका परिणाम 28 जनवरी तक घोषित किया जाएगा| साकेत ने भरोसा दिलाया है कि किसी भी छात्र का कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा और पूर्ण पारदर्शिता के साथ यह कार्य किया जाएगा|
http://arc/reg_guide/overload%20request%20form.pdf
जिन छात्रों ने ई.आर.पी. के दौरान ओवरलोड किया था, उन्हें वही कोर्स संशोधन फॉर्म में भी भरना होगा और उसके साथ ही उस कोर्स का ई.आर.पी. में भरा जाना भी स्पष्ट करना होगा| यदि ई.आर.पी. में भरे गए ओवरलोड की वजह से अन्य छात्रों को अपने पसंद के विषय नहीं मिल पा रहे होंगें तो उस स्थिति में उनका ओवरलोड कोर्स “डी-रजिस्टर” कर दिया जाएगा| जब सभी छात्रों के फॉर्म आ जाएँगे, तभी कोर्स आवंटन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी| अतः कोर्सेज़ पी.आर. नंबर के अनुसार दिए जाएँगे न कि पहले फॉर्म जमा करवाने के आधार पर| कोर्स आवंटन की सूची 21 जनवरी को जारी की जाएगी| उसके बावजूद भी अगर कुछ विसंगतियाँ सामने आती हैं तो एक और संशोधन 24 जनवरी को किया जाएगा जिसका परिणाम 28 जनवरी तक घोषित किया जाएगा| साकेत ने भरोसा दिलाया है कि किसी भी छात्र का कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा और पूर्ण पारदर्शिता के साथ यह कार्य किया जाएगा|
http://arc/reg_guide/overload%20request%20form.pdf