हिंदी प्रेस क्लब -बिट्स पिलानी
हिन्दी प्रेस क्लब वर्षों से बिट्स पिलानी के अद्वितीय विद्यार्थी जीवन का अभिन्न अंग रहा है|समय बदला, लोग बदले तथा प्राथमिकताएँ भी बदलीं, किन्तु हमने सदा ही इस परिसर में अपनी अलग पहचान कायम रखी निष्पक्ष पत्रकारिता एवं हिंदी को जीवित रखना ही हमारा उद्देश्य है| हमारा मुख्य कार्य कैम्पस में घटित होने वाली दिन-प्रतिदिन की घटनाओं को जनता तक पहुँचाना तथा उन्हें हर नयी सूचना से अवगत कराना है| इस कार्य में हमारे मासिक पत्र ‘प्रवाह(बिट्स में बहती ख़बरों की धारा)’ बड़े सफल सिद्ध हुए हैं किन्तु हमारा सरोकार मात्र सूचित करने से नहीं है हमारा अभीष्ट तो उस सूचना से आम जनता के मानस में चेतना और परिवर्तन लाना भी है| हम एक ऐसे परिवार के सदस्य हैं जो केवल अच्छे पत्रकार ही नहीं बल्कि अच्छे कार्यक्रम आयोजक तथा कुशल वक्ता भी हैं |
बिट्स के तीन बड़े उत्सवों बॉसम, ओएसिस तथा अपोजी में हो रही प्रतिदिन की मस्ती, चहल- पहल तथा प्रतियोगिताओं को हम क्रमशः स्पर्धा, नवकृति तथा सृजन के माध्यम से जनता तक पहुंचाते हैं | साथ ही हम धरोहर, ब्लफ़मास्टर, वर्डवॉर्स तथा पत्रकारिता सम्बंधित कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं जिनमें बिट्स तथा बाहर से आये प्रतिभागियों का उल्लेखनीय प्रदर्शन देखने को मिलता है | साथ ही प्रेस के सदस्यों को उत्सवों तथा अन्य अनेक अवसरों पर बाहर से आने वाले विशिष्ट अतिथियों के साक्षात्कार का सुअवसर भी मिलता है | साथ ही बॉसम के दौरान हम जनता को एस.एम.एस द्वारा खेल प्रतियोगिताओं के बारे में सूचित करते रहते हैं इन सब व्यस्त कार्यक्रमों के प्रति समर्पित होने के बावजूद हमारा परिवार एक ऐसा परिवार है जिसमें विभिन्न रुचियों से अभिप्राय रखने वाले लोग मिल जायेंगे तथा मौका मिलने पर हम साथ में मनोरंजन तथा मस्ती करने में भी पीछे नहीं रहते |
इनके अलावा हमारी वार्षिक पत्रिका “वाणी” छात्रों एवं बिट्स से जुड़े सभी वर्गों को अपने भावों की अभिव्यक्ति के लिए मंच प्रदान करती है| “वाणी“ जन- मानस की ही आवाज़ है जिसे हमने सशक्त करने का संकल्प लिया है इसका इतिहास करीब बिट्स जितना ही पुराना है किन्तु विचार और विषय वस्तु आज भी उतनी ही नूतन एवं शानदार हैइसका पहला प्रकाशन 1965 में “रचना” नाम से हुआ था |
हम बड़े गर्व से कह सकते हैं कि हिन्दी प्रेस क्लब उन उत्साही छात्र – छात्राओं का परिवार है जिनमें एकता के साथ समग्र भाव से हिन्दी के अर्थों को जीवित रखने और उसे सशक्त करने का जज्बा हो |
-हिन्दी प्रेस परिवार
बिट्स के तीन बड़े उत्सवों बॉसम, ओएसिस तथा अपोजी में हो रही प्रतिदिन की मस्ती, चहल- पहल तथा प्रतियोगिताओं को हम क्रमशः स्पर्धा, नवकृति तथा सृजन के माध्यम से जनता तक पहुंचाते हैं | साथ ही हम धरोहर, ब्लफ़मास्टर, वर्डवॉर्स तथा पत्रकारिता सम्बंधित कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं जिनमें बिट्स तथा बाहर से आये प्रतिभागियों का उल्लेखनीय प्रदर्शन देखने को मिलता है | साथ ही प्रेस के सदस्यों को उत्सवों तथा अन्य अनेक अवसरों पर बाहर से आने वाले विशिष्ट अतिथियों के साक्षात्कार का सुअवसर भी मिलता है | साथ ही बॉसम के दौरान हम जनता को एस.एम.एस द्वारा खेल प्रतियोगिताओं के बारे में सूचित करते रहते हैं इन सब व्यस्त कार्यक्रमों के प्रति समर्पित होने के बावजूद हमारा परिवार एक ऐसा परिवार है जिसमें विभिन्न रुचियों से अभिप्राय रखने वाले लोग मिल जायेंगे तथा मौका मिलने पर हम साथ में मनोरंजन तथा मस्ती करने में भी पीछे नहीं रहते |
इनके अलावा हमारी वार्षिक पत्रिका “वाणी” छात्रों एवं बिट्स से जुड़े सभी वर्गों को अपने भावों की अभिव्यक्ति के लिए मंच प्रदान करती है| “वाणी“ जन- मानस की ही आवाज़ है जिसे हमने सशक्त करने का संकल्प लिया है इसका इतिहास करीब बिट्स जितना ही पुराना है किन्तु विचार और विषय वस्तु आज भी उतनी ही नूतन एवं शानदार हैइसका पहला प्रकाशन 1965 में “रचना” नाम से हुआ था |
हम बड़े गर्व से कह सकते हैं कि हिन्दी प्रेस क्लब उन उत्साही छात्र – छात्राओं का परिवार है जिनमें एकता के साथ समग्र भाव से हिन्दी के अर्थों को जीवित रखने और उसे सशक्त करने का जज्बा हो |
-हिन्दी प्रेस परिवार