कात्यायनी - वॉलीबाल (महिला)
कात्यायनी ने हिंदी प्रेस क्लब से हुए वार्तालाप में बताया कि इनकी तैयारी लगभग पूरी है और वे अपनी टीम को मेडल के प्रबल दावेदारों में से एक मानती हैं। उनकी टीम शिशु विहार में अभ्यास करती है। उनकी टीम में करीब 11 सदस्य हैं जिसमें से कोई प्रथम वर्षीय छात्र नहीं है। टीम की तैयारियों के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि इस वर्ष नए छात्रों में इस खेल का उत्साह कम है। वे नए कोच से संतुष्ट हैं। वे कुछ कॉलेज को अपना चिर प्रतिद्ववंदी मानती हैं और इस बार कुछ नई टीमों के आने से मुकाबला कठिन होने वाला है।
कप्तान कात्यायनी साथी छात्राओं से अनुरोध करती हैं कि वे इस खेल में रूचि बढ़ाएँ। इस खेल का भविष्य तभी बनेगा जब ज़्यादा योग इसमें भाग लेंगे। देश को इस खेल से योगदान की ज़रुरत है। वे आने वाली कठिन चुनौती का सामना पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करने की सलाह देती हैं।
कात्यायनी कॉलेज प्रशासन से काफी संतुष्ट हैं। इसके अलावा उन्होंने बिट्स प्रशासन से एक नया कोर्ट बनवाने के लिए भी अनुरोध किया है। उनका कहना है कि जितनी अभ्यास करने की जगह होगी, उतना ही उनके लिए बेहतर होगा।
पिछली बार बिट्स की टीम ने वॉलीबाल में रजत पदक हासिल किया था। कप्तान ने विश्वास दिलाया है कि इस वर्ष वे स्वर्ण पदक अवश्य हासिल करेंगे।
कप्तान कात्यायनी साथी छात्राओं से अनुरोध करती हैं कि वे इस खेल में रूचि बढ़ाएँ। इस खेल का भविष्य तभी बनेगा जब ज़्यादा योग इसमें भाग लेंगे। देश को इस खेल से योगदान की ज़रुरत है। वे आने वाली कठिन चुनौती का सामना पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करने की सलाह देती हैं।
कात्यायनी कॉलेज प्रशासन से काफी संतुष्ट हैं। इसके अलावा उन्होंने बिट्स प्रशासन से एक नया कोर्ट बनवाने के लिए भी अनुरोध किया है। उनका कहना है कि जितनी अभ्यास करने की जगह होगी, उतना ही उनके लिए बेहतर होगा।
पिछली बार बिट्स की टीम ने वॉलीबाल में रजत पदक हासिल किया था। कप्तान ने विश्वास दिलाया है कि इस वर्ष वे स्वर्ण पदक अवश्य हासिल करेंगे।