छात्र संघ चुनाव 2014
अध्यक्ष पद के उम्मीदवार :
1.वी.वी.साई प्रणीत(V.V. Sai Praneeth)
छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार साई प्रणीत से हिंदी प्रेस क्लब ने चर्चा की। साई प्रणीत ने चुनाव लड़ने की प्रेरणा के विषय में कहा कि अपने प्रथम वर्ष में वे छात्रसंघ स्वयंसेवक के रूप में कार्य कर चुके हैं। अपने कार्य और अनुभव से उन्हें यह ज्ञात हुआ कि छात्रसंघ को सभी छात्र केवल एक फेस्ट बॉडी की तरह ही जानते और समझते हैं। उनका मानना है कि छात्रसंघ की पहचान इससे कहीं अधिक होनी चाहिए| ऐसा करने के लिए आज वे इस राजनीति के मैदान में पूरी तरह तैयार होकर उतरे हैं| उन्होंने कहा की अपने घोषणापत्र में बड़े और हवा-हवाई वायदे करने की जगह सिर्फ ठोस प्रस्ताव ही रखे हैं जिनको वे अपने कार्यकाल में पूरा कर सकेंगे।
घोषणा पत्र में विशेष बिन्दुओं के बारे में पूछे जाने पर प्रणीत ने स्टूडेंट इमरजेंसी फंड, सेंटर फॉर यूथ लीडरशिप, मेस कन्वीनिएंस स्टोर और 24*7 चिकित्सा सुविधा आदि का नाम लिया। स्टूडेंट इमरजेंसी फंड उन छात्रों के काम आएगा जिन्हें आपातकालीन स्थिति में घर जाना पड़ जाता है। ऐसे छात्रों को जाने का किराया और कुछ नकदी मुहैया कराई जाएगी।
CYL (सेंटर फॉर यूथ लीडरशिप) बिट्स पिलानी के छात्रों और विभिन्न क्षेत्रों की अग्रणी हस्तियों को जोड़ने का कार्य करेगा। इसमें मेंटर्स के रूप में उच्च स्तरीय IAS, IPS और NHRC अफसर शामिल होंगे। मेस कन्वीनिएंस स्टोर और 24*7 फार्मेसी को प्रणीत ने सुविधा की जगह आवश्यकता बताया जो कि हर छात्र को किसी भी समय पड़ सकती है|
अपने घोषणा पत्र में निहित ग्रीन कॉउंसिल के बारे में इन्होनें स्पष्ट किया कि यह कोई नया औपचारिक संघ नहीं होगा अपितु इसके सदस्य रिन्यूएबल एनर्जी क्लब, परिशोध आदि से चुने जाएँगे। यह संघ कैंपस में पर्यावरण के मुद्दों पर कार्य करेगा और स्थायी तरीके अपनाने के उपाय सुझाएगा। उन्होनें कहा कि इस मुद्दे पर काम करने के लिए कैंपस में लोग हैं परंतु आपस में समन्वय न होने के कारण उत्पादन नगण्य है| इस संघ को मूर्तरूप देने और इसके कार्य में एक संस्था 'इंजिनियर्स विदआउट बोर्डर्स' सहायता करेगी। इस संस्था के संस्करण बिट्स पिलानी के गोवा और हैदराबाद कैंपस में पहले से ही मौजूद हैं।
साई प्रणीत इस चुनाव मे अपनी स्थिती को लेकर आत्मविश्वास से भरे हुए हैं| प्रचार करने के लिए भी वे काफी मेहनत कर रहे हैं एवं अपने घोषणा पत्र के लिए भी उन्होनें काफी कार्य किया है|
2. सागर चौरसिय़ा (Sagar Chourasia)
आगामी छात्र संघ चुनावों में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार सागर चौरसिया ने हिंदी प्रेस क्लब को दिए साक्षात्कार में अपने विचार साझा किए। इस चुनाव में भाग लेने के पीछे की प्रेरणा को उन्होंने छात्र संघ में बतौर कार्यकर्ता के रूप में बिताए गए समय से जोड़ा। राजनीति में गहन रुचि रखने वाले सागर ने अपनी नेतृत्व क्षमता को अपने पिता से मिली विरासत बताया। छात्र संघ के उत्तम संचालन के लिए उन्होंने अधिक से अधिक छात्रों को छात्र संघ की गतिविधियों में भागीदार बनाने का प्रयास किया।
अपने घोषणापत्र में उल्लिखित बिंदुओं की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि प्रत्येक भवन की बिजली की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा का प्रयोग उनकी प्रथम प्राथमिकता रहेगी। इस योजना के तहत कई सौर पैनल खरीदे जाएँगे जो कि भवनों को सौर ऊर्जा प्रदान करेंगे। भारत सरकार इनकी खरीद पर 30 फीसदी अनुदान देती है। विश्वविद्यालय के प्रशासन ने भी उपर्युक्त परियोजना में दिलचस्पी दिखाई है और वे इस मुद्दे पर निदेशक से चर्चा करेंगे।
मौजूदा “धोबी प्रणाली” से असंतुष्ट छात्रों के लिए सागर के घोषणापत्र में एक केंद्रीय कृत धुलाई प्रणाली (centralised laundry system) का भी जिक्र है। इस प्रणाली के तहत प्रत्येक हफ्ते में दो दिन सभी भवनों से कपड़े एकत्रित किए जाएँगे| सागर के घोषणापत्र में छात्रों के स्वास्थ्य को भी ध्यान में रखा गया है। कैम्पस में ताज़े फल उपलब्ध करवाने के लिए एक “फ्रुट वैन” की सेवा शुरु की जाएगी। योग और ध्यान की कक्षा भी प्रारम्भ की जाएँगी जिसमें छात्रों को योग के गुण सिखाए जाएँगे| विभिन्न भवनों की मौजूदा दुकानों से दूरियों को देखते हुए कई नई दुकानें खुलवाई जाएँगी। साथ ही साथ सागर ने फूडकिंग में पहचान पत्र के माध्यम से खरीद की व्यवस्था करने का भी आश्वासन दिया है।
फैकल्टी विभागों के नोटिस बोर्ड पर लगा हर नोटिस छात्रों को ऑनलाईन उपलब्ध करवाया जाएगा। हर एक क्लब और संघ की प्रत्येक जानकारी भी उपलब्ध करवाई जाएगी। मेस साइनिंग की अवधि को एक हफ्ता करने और उनको रद्द करने की प्रक्रिया को सहज बनने का प्रयत्न भी सागर ने अपने घोषणापत्र में किया है। हर भवन के कॉमन रूम में एक कॉफी मशीन रखने की भी योजना बनाई गयी है जिसके टोकन मेस में उपलब्ध करवाए जाएँगे।
सागर अपने कार्यकाल में एक परिसर विकास कमेटी (Campus Development Committee) का गठन करना चाहते हैं जो कि बिट्स के सम्पूर्ण विकास के मुद्दे पर काम करेगी और कोई भी छात्र अपने सुझावों के साथ कमेटी से संपर्क कर सकता है। इस कमेटी में शामिल होने के लिए भवन प्रतिनिधि, अध्यक्ष एवं महा सचिव पद (दोनों नए एवं पुराने) के सारे दावेदारों को आमंत्रित किया जाएग।
सागर ने एक अन्य उम्मीदवार की चौबीसों घण्टे स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की योजना की काफी प्रशंसा की और कहा कि नियुक्त होने पर वह इसे आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। काबिल छात्रों की तकनीकी परियोजनाओं के लिये प्रायोजन का प्रबंध करने का वायदा भी उन्होंने अपने घोषणापत्र में किया है।
सागर ने दावा किया कि अधिकतम योजनाओं को कॉलेज प्रशासन एवं सम्बन्धित व्यक्तियों की हरी झंडी भी मिल चुकी है। सभी बिट्सियंस को सागर ने भीड़ से अलग सोचने और अपनी तार्किक क्षमता का उपयोग करने की सलाह देते हुए इस साक्षात्कार को समाप्त किया।
अपने घोषणापत्र में उल्लिखित बिंदुओं की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि प्रत्येक भवन की बिजली की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा का प्रयोग उनकी प्रथम प्राथमिकता रहेगी। इस योजना के तहत कई सौर पैनल खरीदे जाएँगे जो कि भवनों को सौर ऊर्जा प्रदान करेंगे। भारत सरकार इनकी खरीद पर 30 फीसदी अनुदान देती है। विश्वविद्यालय के प्रशासन ने भी उपर्युक्त परियोजना में दिलचस्पी दिखाई है और वे इस मुद्दे पर निदेशक से चर्चा करेंगे।
मौजूदा “धोबी प्रणाली” से असंतुष्ट छात्रों के लिए सागर के घोषणापत्र में एक केंद्रीय कृत धुलाई प्रणाली (centralised laundry system) का भी जिक्र है। इस प्रणाली के तहत प्रत्येक हफ्ते में दो दिन सभी भवनों से कपड़े एकत्रित किए जाएँगे| सागर के घोषणापत्र में छात्रों के स्वास्थ्य को भी ध्यान में रखा गया है। कैम्पस में ताज़े फल उपलब्ध करवाने के लिए एक “फ्रुट वैन” की सेवा शुरु की जाएगी। योग और ध्यान की कक्षा भी प्रारम्भ की जाएँगी जिसमें छात्रों को योग के गुण सिखाए जाएँगे| विभिन्न भवनों की मौजूदा दुकानों से दूरियों को देखते हुए कई नई दुकानें खुलवाई जाएँगी। साथ ही साथ सागर ने फूडकिंग में पहचान पत्र के माध्यम से खरीद की व्यवस्था करने का भी आश्वासन दिया है।
फैकल्टी विभागों के नोटिस बोर्ड पर लगा हर नोटिस छात्रों को ऑनलाईन उपलब्ध करवाया जाएगा। हर एक क्लब और संघ की प्रत्येक जानकारी भी उपलब्ध करवाई जाएगी। मेस साइनिंग की अवधि को एक हफ्ता करने और उनको रद्द करने की प्रक्रिया को सहज बनने का प्रयत्न भी सागर ने अपने घोषणापत्र में किया है। हर भवन के कॉमन रूम में एक कॉफी मशीन रखने की भी योजना बनाई गयी है जिसके टोकन मेस में उपलब्ध करवाए जाएँगे।
सागर अपने कार्यकाल में एक परिसर विकास कमेटी (Campus Development Committee) का गठन करना चाहते हैं जो कि बिट्स के सम्पूर्ण विकास के मुद्दे पर काम करेगी और कोई भी छात्र अपने सुझावों के साथ कमेटी से संपर्क कर सकता है। इस कमेटी में शामिल होने के लिए भवन प्रतिनिधि, अध्यक्ष एवं महा सचिव पद (दोनों नए एवं पुराने) के सारे दावेदारों को आमंत्रित किया जाएग।
सागर ने एक अन्य उम्मीदवार की चौबीसों घण्टे स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की योजना की काफी प्रशंसा की और कहा कि नियुक्त होने पर वह इसे आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। काबिल छात्रों की तकनीकी परियोजनाओं के लिये प्रायोजन का प्रबंध करने का वायदा भी उन्होंने अपने घोषणापत्र में किया है।
सागर ने दावा किया कि अधिकतम योजनाओं को कॉलेज प्रशासन एवं सम्बन्धित व्यक्तियों की हरी झंडी भी मिल चुकी है। सभी बिट्सियंस को सागर ने भीड़ से अलग सोचने और अपनी तार्किक क्षमता का उपयोग करने की सलाह देते हुए इस साक्षात्कार को समाप्त किया।