छात्र संघ चुनाव 2014
महासचिव पद के दावेदार:
1.आशुतोष अजय मुंधाडा(Ashutosh Ajay Mundhada)
आशुतोष अजय मुंधाडा ने, जो कि महासचिव के पद उम्मीदवार हैं, अपने घोषणा पत्र के बिंदुओं की व्याख्या करते हुए बताया कि वे बिट्स पिलानी में मुफ्त ऑनलाइन परामर्श (काउंसलिंग) शुरू करवाएँगे| कैम्पस में काउंसलर कुछ दिनों के अंतराल में आतें हैं परन्तु अगर किसी छात्र को उस अंतराल के दौरान परामर्श की आवश्यकता है, तो आशुतोष के प्रस्ताव के अनुसार अब वह ऑनलाइन काउंसलिंग का उपयोग कर सकेगा| इस बात को आशुतोष ने बड़ी गंभीरता से लेते हुए बताया कि काउंसलिंग बहुत ही आवश्यक मुद्दा है, इसलिए प्रतिदिन कुछ निश्चित समय के लिए काउंसलर उपलब्ध कराए जाएंगे|
आशुतोष ने अपने अगले प्रस्ताव के बारे में बताते हुए कहा कि वह बिट्स में 24*7 चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध करवाएँगे जिससे छात्रों को मेडिकल सेंटर के निश्चित समय से कोई दुविधा न झेलनी पड़े| उन्होनें बताया कि इस सुविधा को लेकर उन्होनें डॉ.पारिक और मुख्य वार्डेन से भी सहमति प्राप्त कर ली है|
हर छात्रावास में चाय-कॉफी मशीनें स्थापित करने के विषय में आशुतोष ने बताया कि वे नेसकैफे के प्रतिनिधि से बात कर चुके हैं और वह सहयोग के लिए तैयार भी है| मशीनों के सेट-अप और रखरखाव का वित्त पोषण अनुबंधक द्वारा ही किया जाएगा| इसके लिए टोकन प्रणाली बनायी गयी है और टोकन ANC में उपलब्ध होंगे| उनका मानना है कि कॉमन रूम में रखने से मशीनों को कोई नुकसान नहीं होगा| उन्होनें यह भी बताया कि वे मीरा भवन में एक फोटोकॉपी मशीन स्थापित करवाएँगे और मीरा भवन में स्टेशनरी भी उपलब्ध करवाएँगे|
इसके अलावा आशुतोष ने मुफ्त फोटोकॉपी वितरण सुविधा के बारे में भी बताया| यह सुविधा छात्रों के लिए बहुत ही लाभदायक होगी| वितरक प्रतिदिन एक निर्धारित समय पर हर छात्रावास में जाएगा| अंत में आशुतोष अजय मुंधाडा ने बिट्स विकी पेज बनाने के बारे में बताया जिससे सभी छात्र बिट्स पिलानी की हर गतिविधियों के बारे में बड़ी ही सरलता से जान पाएंगे और हर क्लब, डिपार्टमेंट के विषय में या कोई भी अन्य जानकारी प्राप्त कर पाएंगे|
आशुतोष के अनुसार वे ४००० बिट्सियन्स का नेतृत्व करने के लिए एक उचित विकल्प हैं और उनकी प्राथमिकता सभी बिट्सियन्स के चेहरों पर खुशी है साथ ही वे अपने घोषणा पत्र को लेकर काफी उत्साहित हैं|
आशुतोष ने अपने अगले प्रस्ताव के बारे में बताते हुए कहा कि वह बिट्स में 24*7 चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध करवाएँगे जिससे छात्रों को मेडिकल सेंटर के निश्चित समय से कोई दुविधा न झेलनी पड़े| उन्होनें बताया कि इस सुविधा को लेकर उन्होनें डॉ.पारिक और मुख्य वार्डेन से भी सहमति प्राप्त कर ली है|
हर छात्रावास में चाय-कॉफी मशीनें स्थापित करने के विषय में आशुतोष ने बताया कि वे नेसकैफे के प्रतिनिधि से बात कर चुके हैं और वह सहयोग के लिए तैयार भी है| मशीनों के सेट-अप और रखरखाव का वित्त पोषण अनुबंधक द्वारा ही किया जाएगा| इसके लिए टोकन प्रणाली बनायी गयी है और टोकन ANC में उपलब्ध होंगे| उनका मानना है कि कॉमन रूम में रखने से मशीनों को कोई नुकसान नहीं होगा| उन्होनें यह भी बताया कि वे मीरा भवन में एक फोटोकॉपी मशीन स्थापित करवाएँगे और मीरा भवन में स्टेशनरी भी उपलब्ध करवाएँगे|
इसके अलावा आशुतोष ने मुफ्त फोटोकॉपी वितरण सुविधा के बारे में भी बताया| यह सुविधा छात्रों के लिए बहुत ही लाभदायक होगी| वितरक प्रतिदिन एक निर्धारित समय पर हर छात्रावास में जाएगा| अंत में आशुतोष अजय मुंधाडा ने बिट्स विकी पेज बनाने के बारे में बताया जिससे सभी छात्र बिट्स पिलानी की हर गतिविधियों के बारे में बड़ी ही सरलता से जान पाएंगे और हर क्लब, डिपार्टमेंट के विषय में या कोई भी अन्य जानकारी प्राप्त कर पाएंगे|
आशुतोष के अनुसार वे ४००० बिट्सियन्स का नेतृत्व करने के लिए एक उचित विकल्प हैं और उनकी प्राथमिकता सभी बिट्सियन्स के चेहरों पर खुशी है साथ ही वे अपने घोषणा पत्र को लेकर काफी उत्साहित हैं|
2.आशुतोष के.आर.पाण्डेय(Ashutosh K. R. Pandey)
आशुतोष के. आर. पाण्डेय इस वर्ष छात्र संघ के महा सचिव पद के चार उम्मीदवारों में से एक हैं। हिंदी प्रेस क्लब से हुए विशेष वार्तालाप में आशुतोष ने अपने चुनावी घोषणा पत्र के बिंदुओं व अपने बारे में विस्तृत जानकारी दी।
आशुतोष ने बताया कि चुनाव के पहले होने वाली ऑडी डिबेट में समस्त प्रतिनिधियों का आकलन उनके वादों के अनुसार होता है परंतु सेमेस्टर के अंत में उनका कोई आकलन नहीं करता है। इसके लिए उन्होंने प्रत्येक सेमेस्टर के अंत में पुनः ऑडी डिबेट रखने का प्रस्ताव रखा है जो उनके द्वारा किये गए कार्यों की समीक्षा करने के लिए होगी और जिसमें उन्हें पुनः बिट्सियन जनता को उत्तर देना होगा। इस व्यवस्था की मौजूद्गी से अधिकतर प्रतिनिधि झूठे वादे करने से डरेंगे। यह पूछे जाने पर कि अगर सत्र के अंत में ऑडी डिबेट रखी जाएगी तो उस समय तक बॉसम और ओएसिस जैसे महत्वपूर्ण इवेंट्स हो चुके होंगे फिर ऑडी डिबेट से लाभ क्या होगा, आशुतोष ने ऑडी डिबेट हर 2-3 महीने में आयोजित कराने की बात की।
सभी छात्रावास प्रतिनिधियों के कार्यों की समीक्षा के लिए एक शिकायत दल बनाया जायेगा। इसकी कार्यप्रणाली के बारे में आशुतोष ने कहा कि इसका जायज़ा अध्यक्ष एवं महा सचिव लेंगे और इसका ब्यौरा यूनियन काउंसिल को देंगे जिसे दो तिहाई सदस्यों का समर्थन मिलने पर छात्रावास प्रतिनिधि को बहिष्कृत करने का अधिकार भी है।
आशुतोष ने बताया कि पिछले दो वर्षों के अध्यक्ष व महा सचिव प्रतिनिधियों के घोषणापत्र में जो अच्छे बिंदु है और पूरे नहीं हुए हैं उन पर पुनः कार्य करने के लिए एक ‘घोषणापत्र समीक्षा समिति’ का गठन किया जाएगा और इसके लिए वे जनरल बॉडी की सहायता लेंगे।
आशुतोष के अनुसार प्रत्येक वर्ष नए छात्रों को साइकिल की आवश्यकता होती है लेकिन किसी को साइकिल क्लब से लाभ नहीं मिल पाता है, क्योंकि कोई भी पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है, पर यदि यह काम छात्रावास प्रतिनिधि एवं छात्र संघ प्रतिनिधि द्वारा किया जाये तो साइकिल क्लब से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिलेगा और बॉसम व ओएसिस में आने वाले बाह्य विद्यार्थियों को भी हम उतने समय के लिए साइकिल प्रदान कर सकेंगे। वर्ष के आरम्भ में नए छात्रों के आने के समय कोई भी छात्रावास प्रतिनिधि नहीं होता है तो फिर इस कार्य की जिम्मेदारी कौन लेगा? इस प्रश्न का उन्होनें कोई उत्तर नहीं दिया।
सेमेस्टर के आरम्भ में जयपुर/दिल्ली से पिलानी तक बस सुविधा की व्यवस्था के लिए आशुतोष छात्र संघ की मदद लेंगे और अगले वर्ष में वापस आते समय भी यह कार्य पिछले वर्ष के अध्यक्ष एवं महा सचिव का ही होगा।
आशुतोष ने स्कॉलरशिप्स के लिए एक छात्र संघ तकनीकी दल द्वारा संचालित ऑनलाइन पोर्टल बनाने की बात रखी जो छात्रों को प्रत्येक स्कॉलरशिप की जानकारी देगी।
वार्ता में सिविल सर्विसेज़, योग सत्रों के लिए छात्रों की कम संख्या आदि को सुचारु रूप से संचालित करने के विषय पर आशुतोष किसी भी ठोस कदम के बारे में नहीं बता पाए। आशुतोष ने मीरा भवन में स्पोर्ट्स फैसिलिटी की समस्या को समाप्त करने के लिए नए वॉलीबाल, बैडमिंटन कोर्ट बनवाने और टी-टी टेबल उपलब्ध कराने के विषय में बताया।
यदि वह महा सचिव बनते है तो उनकी प्राथमिकता अपने घोषणा पत्र का पहला प्रस्ताव (सेम के अंत में ऑडी डिबेट का आयोजन) होगा। आशुतोष ने कहा कि “अभी तो ये मेनिफेस्टो एक कागज का टुकड़ा है लेकिन यह महत्त्वपूर्ण तब बनेगा जब इसमें लिखित बिन्दुओं को बिट्सियन जनता के लिए सुचारु रूप से लागू किया जायेगा।”
आशुतोष ने बताया कि चुनाव के पहले होने वाली ऑडी डिबेट में समस्त प्रतिनिधियों का आकलन उनके वादों के अनुसार होता है परंतु सेमेस्टर के अंत में उनका कोई आकलन नहीं करता है। इसके लिए उन्होंने प्रत्येक सेमेस्टर के अंत में पुनः ऑडी डिबेट रखने का प्रस्ताव रखा है जो उनके द्वारा किये गए कार्यों की समीक्षा करने के लिए होगी और जिसमें उन्हें पुनः बिट्सियन जनता को उत्तर देना होगा। इस व्यवस्था की मौजूद्गी से अधिकतर प्रतिनिधि झूठे वादे करने से डरेंगे। यह पूछे जाने पर कि अगर सत्र के अंत में ऑडी डिबेट रखी जाएगी तो उस समय तक बॉसम और ओएसिस जैसे महत्वपूर्ण इवेंट्स हो चुके होंगे फिर ऑडी डिबेट से लाभ क्या होगा, आशुतोष ने ऑडी डिबेट हर 2-3 महीने में आयोजित कराने की बात की।
सभी छात्रावास प्रतिनिधियों के कार्यों की समीक्षा के लिए एक शिकायत दल बनाया जायेगा। इसकी कार्यप्रणाली के बारे में आशुतोष ने कहा कि इसका जायज़ा अध्यक्ष एवं महा सचिव लेंगे और इसका ब्यौरा यूनियन काउंसिल को देंगे जिसे दो तिहाई सदस्यों का समर्थन मिलने पर छात्रावास प्रतिनिधि को बहिष्कृत करने का अधिकार भी है।
आशुतोष ने बताया कि पिछले दो वर्षों के अध्यक्ष व महा सचिव प्रतिनिधियों के घोषणापत्र में जो अच्छे बिंदु है और पूरे नहीं हुए हैं उन पर पुनः कार्य करने के लिए एक ‘घोषणापत्र समीक्षा समिति’ का गठन किया जाएगा और इसके लिए वे जनरल बॉडी की सहायता लेंगे।
आशुतोष के अनुसार प्रत्येक वर्ष नए छात्रों को साइकिल की आवश्यकता होती है लेकिन किसी को साइकिल क्लब से लाभ नहीं मिल पाता है, क्योंकि कोई भी पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है, पर यदि यह काम छात्रावास प्रतिनिधि एवं छात्र संघ प्रतिनिधि द्वारा किया जाये तो साइकिल क्लब से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिलेगा और बॉसम व ओएसिस में आने वाले बाह्य विद्यार्थियों को भी हम उतने समय के लिए साइकिल प्रदान कर सकेंगे। वर्ष के आरम्भ में नए छात्रों के आने के समय कोई भी छात्रावास प्रतिनिधि नहीं होता है तो फिर इस कार्य की जिम्मेदारी कौन लेगा? इस प्रश्न का उन्होनें कोई उत्तर नहीं दिया।
सेमेस्टर के आरम्भ में जयपुर/दिल्ली से पिलानी तक बस सुविधा की व्यवस्था के लिए आशुतोष छात्र संघ की मदद लेंगे और अगले वर्ष में वापस आते समय भी यह कार्य पिछले वर्ष के अध्यक्ष एवं महा सचिव का ही होगा।
आशुतोष ने स्कॉलरशिप्स के लिए एक छात्र संघ तकनीकी दल द्वारा संचालित ऑनलाइन पोर्टल बनाने की बात रखी जो छात्रों को प्रत्येक स्कॉलरशिप की जानकारी देगी।
वार्ता में सिविल सर्विसेज़, योग सत्रों के लिए छात्रों की कम संख्या आदि को सुचारु रूप से संचालित करने के विषय पर आशुतोष किसी भी ठोस कदम के बारे में नहीं बता पाए। आशुतोष ने मीरा भवन में स्पोर्ट्स फैसिलिटी की समस्या को समाप्त करने के लिए नए वॉलीबाल, बैडमिंटन कोर्ट बनवाने और टी-टी टेबल उपलब्ध कराने के विषय में बताया।
यदि वह महा सचिव बनते है तो उनकी प्राथमिकता अपने घोषणा पत्र का पहला प्रस्ताव (सेम के अंत में ऑडी डिबेट का आयोजन) होगा। आशुतोष ने कहा कि “अभी तो ये मेनिफेस्टो एक कागज का टुकड़ा है लेकिन यह महत्त्वपूर्ण तब बनेगा जब इसमें लिखित बिन्दुओं को बिट्सियन जनता के लिए सुचारु रूप से लागू किया जायेगा।”
3.नमन मुनोत(Naman Munot)
तृतीय वर्षीय छात्र नमन मुनोत इस वर्ष महा सचिव के पद के उम्मीदवार हैं| नमन के अनुसार उन्होंने इस पद को ग्रहण करने के लिए तैयारी एक वर्ष पूर्व ही प्रारंभ कर दी थी| उन्होंने अपने घोषणा पत्र के प्रमुख मुद्दों पर हिंदी प्रेस क्लब को जानकारी दी| नमन ने बताया कि पिछले सेम उन्होंने XF(एक्सटर्नल फोर्स) नामक ग्रुप की स्थापना की गयी थी जिसका प्रमुख उद्देश्य परिसर के उन छात्रों को मंच प्रदान करना था जो किसी क्लब या डिपार्टमेंट में नहीं हैं| इस योजना के अंतर्गत छात्रों लिए उनकी रूचि के अनुसार वर्कशॉप आयोजित कराई जाएगी|
नमन आगे बताते हैं कि फलाफल, जो की एक फ़ूड सप्लाई चेन है, उसके प्रतिनिधि से बात कर ली गयी है और वह कैंपस में अपनी रेडियाँ लगाने को तैयार हैं| उन्होंने विश्वास दिलाया कि वे फलों की गुणवत्ता तथा उपलब्धता का विशेष ध्यान रखेंगे| बाकी रेडियों के मुकाबले यहाँ के दाम थोड़े ज्यादा होंगे परन्तु गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होगा तथा सिर्फ फल ही नहीं अपितु फल के जूस, सलाद तथा फ्रूट चाट भी मिलेंगे|
वह विद्यार्थी जो गेट, कैट, आई.ई.एस आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं कैम्पस में उन्हें विभिन्न कोचिंग संस्थाओं द्वारा पाठ्य सामग्री तथा मार्गदर्शन प्रदान किया जायेगा| स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ब्लड टेस्ट, हीमोग्लोबिन टेस्ट, स्किन टेस्ट आदि जांचों के लिए प्रतिष्ठित अस्पतालों के साथ चर्चा हुई है| अवैध मेस-साइनिंग को रोकने के लिए मेस में बायोमेट्रिक साइनिंग की व्यवस्था भी कराई जाएगी|
स्पोर्ट्स ईलेक्टिव के अंतरगत हर हफ्ते दो घंटे क्लासेज लगेंगी जिसके तहत विद्यार्थियों को विभिन्न बिन्दुओं पर परखा जायेगा एवं उनमें कितना सुधार हुआ है उसपर विशेष ध्यान दिया जायेगा जिसके लिए उन्होंने बिट्स करिकुलम से संबधित व्यक्तियों से बात कर ली है| ग्रेडिंग मुख्यतः विद्यार्थी की उपस्थित पर निर्भर करेगी| परन्तु इससे सम्बन्धी कई संदेहों को वे दूर नहीं कर पाए हैं|
अपने बारे में नमन ने बताया कि उन्हें राजनीति पसंद नहीं है| वे प्रारंभ में महा सचिव के पद के लिए गंभीर नहीं थे परन्तु जैसे-जैसे समय बीतता गया वे चुनाव की प्रकिया में शामिल होते गए| बीच में एक समय ऐसा भी आया जब वे बिलकुल अकेले पड़ गए परंतु उन्होंने हार नहीं मानी| जब यह पूछा गया कि उनमे कौन सी ऐसी विशेषताएं हैं जो कि बाकी उम्मीदवारों से उनको अलग करती हैं, इसपर उनका जवाब चौकाने वाला था| उन्होंने कहा “ मुझमे ऐसी कोई विशेषता नहीं है| मैं आप सब की ही तरह एक आम बिट्सियन हूँ” | सबको उन्होंने यही सन्देश दिया है कि सोच- समझकर मतदान करें तथा मतदान के लिए अवश्य जायें|
नमन आगे बताते हैं कि फलाफल, जो की एक फ़ूड सप्लाई चेन है, उसके प्रतिनिधि से बात कर ली गयी है और वह कैंपस में अपनी रेडियाँ लगाने को तैयार हैं| उन्होंने विश्वास दिलाया कि वे फलों की गुणवत्ता तथा उपलब्धता का विशेष ध्यान रखेंगे| बाकी रेडियों के मुकाबले यहाँ के दाम थोड़े ज्यादा होंगे परन्तु गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होगा तथा सिर्फ फल ही नहीं अपितु फल के जूस, सलाद तथा फ्रूट चाट भी मिलेंगे|
वह विद्यार्थी जो गेट, कैट, आई.ई.एस आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं कैम्पस में उन्हें विभिन्न कोचिंग संस्थाओं द्वारा पाठ्य सामग्री तथा मार्गदर्शन प्रदान किया जायेगा| स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ब्लड टेस्ट, हीमोग्लोबिन टेस्ट, स्किन टेस्ट आदि जांचों के लिए प्रतिष्ठित अस्पतालों के साथ चर्चा हुई है| अवैध मेस-साइनिंग को रोकने के लिए मेस में बायोमेट्रिक साइनिंग की व्यवस्था भी कराई जाएगी|
स्पोर्ट्स ईलेक्टिव के अंतरगत हर हफ्ते दो घंटे क्लासेज लगेंगी जिसके तहत विद्यार्थियों को विभिन्न बिन्दुओं पर परखा जायेगा एवं उनमें कितना सुधार हुआ है उसपर विशेष ध्यान दिया जायेगा जिसके लिए उन्होंने बिट्स करिकुलम से संबधित व्यक्तियों से बात कर ली है| ग्रेडिंग मुख्यतः विद्यार्थी की उपस्थित पर निर्भर करेगी| परन्तु इससे सम्बन्धी कई संदेहों को वे दूर नहीं कर पाए हैं|
अपने बारे में नमन ने बताया कि उन्हें राजनीति पसंद नहीं है| वे प्रारंभ में महा सचिव के पद के लिए गंभीर नहीं थे परन्तु जैसे-जैसे समय बीतता गया वे चुनाव की प्रकिया में शामिल होते गए| बीच में एक समय ऐसा भी आया जब वे बिलकुल अकेले पड़ गए परंतु उन्होंने हार नहीं मानी| जब यह पूछा गया कि उनमे कौन सी ऐसी विशेषताएं हैं जो कि बाकी उम्मीदवारों से उनको अलग करती हैं, इसपर उनका जवाब चौकाने वाला था| उन्होंने कहा “ मुझमे ऐसी कोई विशेषता नहीं है| मैं आप सब की ही तरह एक आम बिट्सियन हूँ” | सबको उन्होंने यही सन्देश दिया है कि सोच- समझकर मतदान करें तथा मतदान के लिए अवश्य जायें|
4.शुभम गुप्ता(Shubham Gupta)
महा सचिव पद के उम्मीदवार शुभम गुप्ता ने सर्वप्रथम अपने घोषणा पत्र की खासियत एवं उसके मुख्य बिन्दुओं से हमें परिचित कराया। जब हमने उनसे उनके प्रेरणा स्रोत के बारे में पुछा तब उन्होंने बताया कि किस तरह वे अपने प्रथम वर्ष में अपने भवन के प्रतिनिधि चुने गए, द्वितीय वर्ष में छात्रों के बीच रह कर उनकी ज़रूरतों को गहराई से जाना और तब से उन्होंने बिट्सियन जनता की ज़रूरतों को अपने जीवन में एक ज़रूरी दर्जा दे दिया।
सर्वप्रथम शुभम के विचार हैं कि बिट्सियन जनता छात्र संघ के निर्णयों में सीधी भूमिका निभाए एवं उनकी आवाज़ ज्यादा से ज्यादा सुनी जाए। इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल का निर्माण किया जाए जिससे मेस साइनिंग्स, पूल क्लब एवं बिट्सा साइकल के पंजीकरण में आसानी हो। उन्होंने हमें इस बात से भी अवगत कराया कि संबंधित पोर्टल लगभग तैयार है और वे केवल बिट्सियन जनता के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
तकनीक की ओर खास झुकाव रखने वाले शुभम ने एक मोबाइल अप्लीकेशन का भी सुझाव दिया है जिससे सभी क्लबस् एवं डिपार्टमेंट्स अपनी सूचनाओं को सीधा विद्यार्थियों तक पहुंचा पाएंगे। उनका कहना था कि इस मोबाइल अप्लीकेशन का भी पूरा सांचा उनके पास बनकर तैयार है। रिक्शा किरायों का मानकीकरण भी उनके लिए एक अहम मुद्दा है, जिसके लिए उन्होंने नगर पालिका के अधिकारियों से ज़रूरी बात चीत कर चुके होने का दावा किया।
यह पूछे जाने पर कि उनके घोषणा पत्र कि ऐसी कौन सी खासियत है जो कि उसे बाकी उम्मीदवारों के घोषणा पत्र से भिन्न करती है तो उनका जवाब था, “मेरे घोषणा पत्र के प्रत्येक बिंदु की संभाव्यता एवं उनका परिपालन उसे खास बनाता है”। अगला प्रश्न था कि आपके किन गुणों के कारण आपको विश्वास है कि आप 4000 बिट्सियन्स का प्रतिनिधित्व कर पाएंगे? उन्होंने मुसकुराते हुए जवाब दिया कि, उनकी नेतृत्व करने कि क्षमता, उनका अनुभव एवं पहल करने की इच्छा उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाएगी।
उन्होंने हमें बताया कि ओएसिस एवं अन्य फेस्ट के दौरान वे कलर प्रिंटिंग की सुविधा उपलब्ध कराएंगे क्योंकि यह एक ऐसा ज़रूरी विषय है जिस पर अधिक ध्यान नहीं दिया जाता है। उन्होंने बिट्सियन जनता को यह सन्देश भी दिया कि, “उम्मीदवारों के व्यक्तित्व, उनके नेतृत्व करने की क्षमता, घोषणा पत्र की ज़मीनी सच्चाइयों को जानने के बाद एक सूचित निर्णय लें”। अंत में उन्होंने यह कहते हुए अपने वाणी को विराम दिया कि ये 2014 है और हमें अपने तकनीकी करण पर ध्यान देना चाहिए।
सर्वप्रथम शुभम के विचार हैं कि बिट्सियन जनता छात्र संघ के निर्णयों में सीधी भूमिका निभाए एवं उनकी आवाज़ ज्यादा से ज्यादा सुनी जाए। इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल का निर्माण किया जाए जिससे मेस साइनिंग्स, पूल क्लब एवं बिट्सा साइकल के पंजीकरण में आसानी हो। उन्होंने हमें इस बात से भी अवगत कराया कि संबंधित पोर्टल लगभग तैयार है और वे केवल बिट्सियन जनता के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
तकनीक की ओर खास झुकाव रखने वाले शुभम ने एक मोबाइल अप्लीकेशन का भी सुझाव दिया है जिससे सभी क्लबस् एवं डिपार्टमेंट्स अपनी सूचनाओं को सीधा विद्यार्थियों तक पहुंचा पाएंगे। उनका कहना था कि इस मोबाइल अप्लीकेशन का भी पूरा सांचा उनके पास बनकर तैयार है। रिक्शा किरायों का मानकीकरण भी उनके लिए एक अहम मुद्दा है, जिसके लिए उन्होंने नगर पालिका के अधिकारियों से ज़रूरी बात चीत कर चुके होने का दावा किया।
यह पूछे जाने पर कि उनके घोषणा पत्र कि ऐसी कौन सी खासियत है जो कि उसे बाकी उम्मीदवारों के घोषणा पत्र से भिन्न करती है तो उनका जवाब था, “मेरे घोषणा पत्र के प्रत्येक बिंदु की संभाव्यता एवं उनका परिपालन उसे खास बनाता है”। अगला प्रश्न था कि आपके किन गुणों के कारण आपको विश्वास है कि आप 4000 बिट्सियन्स का प्रतिनिधित्व कर पाएंगे? उन्होंने मुसकुराते हुए जवाब दिया कि, उनकी नेतृत्व करने कि क्षमता, उनका अनुभव एवं पहल करने की इच्छा उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाएगी।
उन्होंने हमें बताया कि ओएसिस एवं अन्य फेस्ट के दौरान वे कलर प्रिंटिंग की सुविधा उपलब्ध कराएंगे क्योंकि यह एक ऐसा ज़रूरी विषय है जिस पर अधिक ध्यान नहीं दिया जाता है। उन्होंने बिट्सियन जनता को यह सन्देश भी दिया कि, “उम्मीदवारों के व्यक्तित्व, उनके नेतृत्व करने की क्षमता, घोषणा पत्र की ज़मीनी सच्चाइयों को जानने के बाद एक सूचित निर्णय लें”। अंत में उन्होंने यह कहते हुए अपने वाणी को विराम दिया कि ये 2014 है और हमें अपने तकनीकी करण पर ध्यान देना चाहिए।