छात्रसंघ अध्यक्ष - अखिल रेड्डी
बिट्स के विद्यार्थी परिषद के सचिव अखिल रेड्डी ने इस एपोजी से जुड़ी कुछ जानकारियाँ एपोजी हिन्दी प्रेस के साथ अपने साक्षात्कार में साझा कीं। उन्होंने बताया कि फ़ेस्ट के दौरान विद्यार्थियों के घर चले जाने को देखते हुए इस बार एपोजी को हर बार से पहले आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही इसे और रोचक बनाने के लिए इसकी अवधि चार दिन से घटा कर तीन दिन एवं ओएसिस की तर्ज पर यह तीनों दिन रातभर चलेगा। इन बदलावों का कारण पूछने पर अखिल ने बताया कि तीन दिनों का फेस्ट रखने से लोगों के कैम्पस छोड़ कर चले जाने पर कुछ अंकुश लग सकेगा। इस वर्ष एपोजी में प्रदर्शनियाँ भी लग रहीं हैं जो दिन भर होंगी और इस कारण कई ईवेंट रात में भी होंगे।
अखिल ने कहा कि इस एपोजी बिट्सियन को बहुत सी नयी चीजें देखने को मिलेंगी। कुछ ऐसे ही आयोजनों के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होने कहा कि इस बार एपोजी में स्टार्ट-उप वीकेंड का आयोजन हो रहा है जिसके अंतर्गत प्रतिभागियों को अपने व्यवसाय के विचारों को सीधे उद्योग जगत की बड़ी हस्तियों के समक्ष रखने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही उन्हें अपने आइडिया पर काम करने के लिए मार्गदर्शक भी उपलब्ध होंगे। इस इवैंट के निर्णायक के रूप में स्नेपडील के उपाध्यक्ष संदीप कोमारवेल्ली जैसे कई बड़े नाम होंगे। ‘पप्यरुस ट्रेल्स’ नामक बिट्स पिलानी के इतिहास में पहली बार एक साहित्यिक महोत्सव भी एपोजी के साथ ही आयोजित किया जा रहा है। इसके आयोजन में बिट्स पिलानी का ‘पोइट्री क्लब’ तथा ‘मैटरिक्स क्लब’ भी हाथ बंटा रहे हैं। साहित्यिक महोत्सव के अंतर्गत कई बड़े कवि जैसे अशोक वजपई, रुक्मणी नायर तथा लेखक जैसे आनंद नीलकंठन और अजय चतुर्वेदी भी आ रहे हैं। इस एपोजी ‘डिरेक्टरस कंकलवे’ एक और ऐसा इवैंट है जो इसे पिछले सभी संस्करणों से अलग करता है। इसमें बिट्स पिलानी के सभी कैम्पस के सभी निदेशक पिलानी कैम्पस में एकत्र होकर यहाँ के विद्यार्थियों से रूबरू होंगे। इसके अलावा इस वर्ष कैम्पस में दो प्रदर्शनियाँ भी लगाई जाएंगी। इनमें से एक एन॰डी॰आर॰एफ़॰ तथा दूसरी सी॰एस॰आई॰आर॰-सीरी द्वारा लगाई जा रही हैं। इन सब के अलावा इस एपोजी दो प्रोफ-शो भी हो रहे हैं जिंका मुख्य उद्देश्य इस तकनीकी महोत्सव को बिट्सियन के लिए और दिलचस्प बनाना होगा।
अखिल ने बताया कि इस बार कुल इवैंट की संख्या कुछ कम की गयी है। ऐसे कई इवैंट जो एक जैसे ही हुआ करते थे एवं फेस्ट में कुछ नया योगदान नहीं दे पा रहे थे, उन्हें हटा दिया गया है। बाहरी प्रतिभागिता के बारे में अखिल ने बताया कि पिछली बार 700-800 आउटस्टेशन प्रतिभागी एपोजी में भाग लेने आए थे और इस बार उन्हें यह आंकड़ा 1000 के पार जाने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष एपोजी को जल्दी रखने से स्पोनसरशिप मिलने में कुछ समस्या ज़रूर हुई परंतु वे आश्वस्त थे कि 20-22 फरवरी तक वे अपना निर्धारित लक्ष्य हासिल कर लेंगे। उन्होंने इस फेस्ट में संलिप्त सभी क्लब एवं डिपार्टमेंट के कार्य की सराहना की और सभी बिट्सियन्स को घर या घूमने न जाकर इस तकनीकी महोत्सव का भरपूर आनंद उठाने का संदेश दिया।
अखिल ने कहा कि इस एपोजी बिट्सियन को बहुत सी नयी चीजें देखने को मिलेंगी। कुछ ऐसे ही आयोजनों के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होने कहा कि इस बार एपोजी में स्टार्ट-उप वीकेंड का आयोजन हो रहा है जिसके अंतर्गत प्रतिभागियों को अपने व्यवसाय के विचारों को सीधे उद्योग जगत की बड़ी हस्तियों के समक्ष रखने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही उन्हें अपने आइडिया पर काम करने के लिए मार्गदर्शक भी उपलब्ध होंगे। इस इवैंट के निर्णायक के रूप में स्नेपडील के उपाध्यक्ष संदीप कोमारवेल्ली जैसे कई बड़े नाम होंगे। ‘पप्यरुस ट्रेल्स’ नामक बिट्स पिलानी के इतिहास में पहली बार एक साहित्यिक महोत्सव भी एपोजी के साथ ही आयोजित किया जा रहा है। इसके आयोजन में बिट्स पिलानी का ‘पोइट्री क्लब’ तथा ‘मैटरिक्स क्लब’ भी हाथ बंटा रहे हैं। साहित्यिक महोत्सव के अंतर्गत कई बड़े कवि जैसे अशोक वजपई, रुक्मणी नायर तथा लेखक जैसे आनंद नीलकंठन और अजय चतुर्वेदी भी आ रहे हैं। इस एपोजी ‘डिरेक्टरस कंकलवे’ एक और ऐसा इवैंट है जो इसे पिछले सभी संस्करणों से अलग करता है। इसमें बिट्स पिलानी के सभी कैम्पस के सभी निदेशक पिलानी कैम्पस में एकत्र होकर यहाँ के विद्यार्थियों से रूबरू होंगे। इसके अलावा इस वर्ष कैम्पस में दो प्रदर्शनियाँ भी लगाई जाएंगी। इनमें से एक एन॰डी॰आर॰एफ़॰ तथा दूसरी सी॰एस॰आई॰आर॰-सीरी द्वारा लगाई जा रही हैं। इन सब के अलावा इस एपोजी दो प्रोफ-शो भी हो रहे हैं जिंका मुख्य उद्देश्य इस तकनीकी महोत्सव को बिट्सियन के लिए और दिलचस्प बनाना होगा।
अखिल ने बताया कि इस बार कुल इवैंट की संख्या कुछ कम की गयी है। ऐसे कई इवैंट जो एक जैसे ही हुआ करते थे एवं फेस्ट में कुछ नया योगदान नहीं दे पा रहे थे, उन्हें हटा दिया गया है। बाहरी प्रतिभागिता के बारे में अखिल ने बताया कि पिछली बार 700-800 आउटस्टेशन प्रतिभागी एपोजी में भाग लेने आए थे और इस बार उन्हें यह आंकड़ा 1000 के पार जाने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष एपोजी को जल्दी रखने से स्पोनसरशिप मिलने में कुछ समस्या ज़रूर हुई परंतु वे आश्वस्त थे कि 20-22 फरवरी तक वे अपना निर्धारित लक्ष्य हासिल कर लेंगे। उन्होंने इस फेस्ट में संलिप्त सभी क्लब एवं डिपार्टमेंट के कार्य की सराहना की और सभी बिट्सियन्स को घर या घूमने न जाकर इस तकनीकी महोत्सव का भरपूर आनंद उठाने का संदेश दिया।