आई.ई.ई.ई.- अश्वजीत सिंह
IEEE के समन्वयक अश्वजीत सिंह ने अपोजी हिन्दी प्रेस को दिए अपने साक्षात्कार में उनके द्वारा आयोजित किए जाने वाले दो आयोजनों की जानकारी दी – ‘प्ले’ तथा ‘नेटवर्क डिज़ाइन चैलेंज’। ‘प्ले’ का आयोजन IEEE पिछले कई वर्षों से करवा रहा है और बिट्स का इस इवेंट के प्रति काफी अच्छा रुझान रहा है। ‘नेटवर्क डिज़ाइन चैलेंज’ इस वर्ष पहली बार आयोजित हो रहा है।
इससे पहले एक दूसरा इवेंट ‘रोबोरेटरिक्स’ आयोजित होता रहा है जिसमें प्रतिभागियों को अपने रोबोट के माध्यम से एक पहेली हल करनी होती थी। इस इवेंट को हटाने का कारण पूछे जाने पार उन्होंने बताया कि ऐसे इवेंट हर तकनीकी फेस्ट में होते हैं तथा इनसे प्रतिभागियों को कुछ नया सीखने को नहीं मिलता था। यह बहुत साधारण-सा इवेंट बन कर रह गया था और इसमें आने वाली प्रतिभागिता भी कम हो रही थी। वहीं इसकी जगह आया ‘नेटवर्क डिज़ाइन चैलेंज’ अश्वजीत के अनुसार प्रतियोगियों को बहुत कुछ सीखने का मौका देगा। इस इवेंट का विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि इसमें भाग लेने वाले व्यक्ति को नेटवर्क डिज़ाइन से संबंधित एक सवाल पूछा जाएगा और जिसने सबसे कम समय में उस सवाल का सबसे छोटा एवं आसान समाधान दिया, वह विजेता होगा। उन्होंने आगे बताया कि नेटवर्क डिज़ाइन से जुड़ी कम्प्यूटर कोडिंग सभी को नहीं आती होगी और यह समस्या हल करने के लिए IEEE दो दिनों की वर्कशॉप का आयोजन करेगा जिसमें सभी को इस कोडिंग की बारीकियाँ सिखाई जाएँगी। उनका कहना है कि इस प्रकार के सवालों को हल कर लोगों को इलैक्ट्रिकल की कोर कंपनियों में प्लेस होने में बहुत मदद मिलेगी। वे आश्वस्त हैं कि लोग दो दिनों में ही यह सीख लेंगे। चूंकि यह इवेंट पहली बार आयोजित हो रहा है इसलिए वे हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि प्रतिभागिता की कमी कोडिंग के अज्ञान के कारण न रह जाए। इस इवेंट के दो चरण होंगे और दोनों ही आई॰पी॰सी॰ में होंगे।
दूसरा इवेंट ‘प्ले’ है जिसमें प्रतिभागियों को रोबोट की कोडिंग कर आपस में लड़वाना होगा। यह ऐसा इवेंट होगा जिसमें लोग घर बैठे भी भाग ले सकते हैं। इस इवेंट के लिए C++ के गहन ज्ञान की आवश्यकता होगी। इसके दो चरण होंगे – एलिम्स जो FD II के किसी कमरे में तथा फ़ाइनल जो FD II QT में होगा। यह इवेंट हर बार प्रतिभागियों तथा दर्शकों दोनों का प्रिय होता है। अंतिम लड़ाई दो बोट्स में होती है जिसे बड़े पर्दे पर दिखाया जाता है। अश्वजीत मानते हैं कि पिछली बार इस इवेंट के लिए वे बाहर के बहुत प्रतिभागियों को रिझा नहीं पाए थे परंतु इस बार उनके पास बहुत समय है तथा इस बार इसके प्रचार के लिए वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
इससे पहले एक दूसरा इवेंट ‘रोबोरेटरिक्स’ आयोजित होता रहा है जिसमें प्रतिभागियों को अपने रोबोट के माध्यम से एक पहेली हल करनी होती थी। इस इवेंट को हटाने का कारण पूछे जाने पार उन्होंने बताया कि ऐसे इवेंट हर तकनीकी फेस्ट में होते हैं तथा इनसे प्रतिभागियों को कुछ नया सीखने को नहीं मिलता था। यह बहुत साधारण-सा इवेंट बन कर रह गया था और इसमें आने वाली प्रतिभागिता भी कम हो रही थी। वहीं इसकी जगह आया ‘नेटवर्क डिज़ाइन चैलेंज’ अश्वजीत के अनुसार प्रतियोगियों को बहुत कुछ सीखने का मौका देगा। इस इवेंट का विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि इसमें भाग लेने वाले व्यक्ति को नेटवर्क डिज़ाइन से संबंधित एक सवाल पूछा जाएगा और जिसने सबसे कम समय में उस सवाल का सबसे छोटा एवं आसान समाधान दिया, वह विजेता होगा। उन्होंने आगे बताया कि नेटवर्क डिज़ाइन से जुड़ी कम्प्यूटर कोडिंग सभी को नहीं आती होगी और यह समस्या हल करने के लिए IEEE दो दिनों की वर्कशॉप का आयोजन करेगा जिसमें सभी को इस कोडिंग की बारीकियाँ सिखाई जाएँगी। उनका कहना है कि इस प्रकार के सवालों को हल कर लोगों को इलैक्ट्रिकल की कोर कंपनियों में प्लेस होने में बहुत मदद मिलेगी। वे आश्वस्त हैं कि लोग दो दिनों में ही यह सीख लेंगे। चूंकि यह इवेंट पहली बार आयोजित हो रहा है इसलिए वे हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि प्रतिभागिता की कमी कोडिंग के अज्ञान के कारण न रह जाए। इस इवेंट के दो चरण होंगे और दोनों ही आई॰पी॰सी॰ में होंगे।
दूसरा इवेंट ‘प्ले’ है जिसमें प्रतिभागियों को रोबोट की कोडिंग कर आपस में लड़वाना होगा। यह ऐसा इवेंट होगा जिसमें लोग घर बैठे भी भाग ले सकते हैं। इस इवेंट के लिए C++ के गहन ज्ञान की आवश्यकता होगी। इसके दो चरण होंगे – एलिम्स जो FD II के किसी कमरे में तथा फ़ाइनल जो FD II QT में होगा। यह इवेंट हर बार प्रतिभागियों तथा दर्शकों दोनों का प्रिय होता है। अंतिम लड़ाई दो बोट्स में होती है जिसे बड़े पर्दे पर दिखाया जाता है। अश्वजीत मानते हैं कि पिछली बार इस इवेंट के लिए वे बाहर के बहुत प्रतिभागियों को रिझा नहीं पाए थे परंतु इस बार उनके पास बहुत समय है तथा इस बार इसके प्रचार के लिए वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं।