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गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी बिट्स में ओपन कब्बड़ी का आयोजन करने जा रहे हरियाणा कल्चरल एसोशिएशन के समन्वयक संभव जैन का कहना है कि जो छात्र किसी भी खेल में नहीं है या जिनके पास खेलों के अतिरिक्त समय बच जाता है , वे कॉलेज परिसर के अंदर ही कब्बड़ी का आनंद ले सकते हैं। उनके अनुसार कोई भी 5-6 छात्रों का दल बनाकर इसमें भाग ले सकता है। इसका आयोजन बॉसम के दौरान शाम पाँच बजे से रात ग्यारह बजे तक किया जाएगा। इस खेल का स्थान तय होना अभी बाकी है। जब इस खेल का आयोजन पिछले साल किया गया था तो वह अत्यधिक सफल रहा था इसलिए इस बार ज्यादा लोगों के भाग लेने की संभावना है।
इस खेल के मुख्य बिन्दु निम्नलिखित है :-
· इसमे भाग लेने का शुल्क बहुत ही कम है।
· इसे नियमित रूप से खेलने की पाबंदी नहीं है।
· यह छात्रों के लिए मनोरंजक भी है और उनकी सहयोग भावना को भी बढ़ता है।
इस खेल की मुख्य चुनौतियाँ हैं :-
· कुछ खिलाड़ियों का हिंसक व अपमानजनक व्यवहार।
“ सभी बिट्सियंस से अनुरोध है की वे सभी खेलों में आकर इस आयोजन को सफल बनाएँ और अपनी खेल भावना को जागृत रखें।“
गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी बिट्स में ओपन कब्बड़ी का आयोजन करने जा रहे हरियाणा कल्चरल एसोशिएशन के समन्वयक संभव जैन का कहना है कि जो छात्र किसी भी खेल में नहीं है या जिनके पास खेलों के अतिरिक्त समय बच जाता है , वे कॉलेज परिसर के अंदर ही कब्बड़ी का आनंद ले सकते हैं। उनके अनुसार कोई भी 5-6 छात्रों का दल बनाकर इसमें भाग ले सकता है। इसका आयोजन बॉसम के दौरान शाम पाँच बजे से रात ग्यारह बजे तक किया जाएगा। इस खेल का स्थान तय होना अभी बाकी है। जब इस खेल का आयोजन पिछले साल किया गया था तो वह अत्यधिक सफल रहा था इसलिए इस बार ज्यादा लोगों के भाग लेने की संभावना है।
इस खेल के मुख्य बिन्दु निम्नलिखित है :-
· इसमे भाग लेने का शुल्क बहुत ही कम है।
· इसे नियमित रूप से खेलने की पाबंदी नहीं है।
· यह छात्रों के लिए मनोरंजक भी है और उनकी सहयोग भावना को भी बढ़ता है।
इस खेल की मुख्य चुनौतियाँ हैं :-
· कुछ खिलाड़ियों का हिंसक व अपमानजनक व्यवहार।
“ सभी बिट्सियंस से अनुरोध है की वे सभी खेलों में आकर इस आयोजन को सफल बनाएँ और अपनी खेल भावना को जागृत रखें।“