ई.ई.ई. अस्सोक - पिनाकिन पडालिया
विद्युतीय एवं इलेक्ट्रोनिक्स समिति हर वर्ष की तरह अपने तीन सबसे रोचक अभियांत्रिकी- विशेष इवेंट्स प्रस्तुत करेंगे, जिनके लिए उनकी तैयारियाँ लगभग पूरी हो चुकी है। साथ ही इस समिति के कई सदस्य अपने प्रोजेक्ट एवं पेपर प्रदर्शन के लिए प्रयत्नशील है।
संघ के पहले इवेंट 26 फरवरी को आयोजित ‘रोबोट्स एट वार’ में छात्रों द्वारा निर्मित लगभग 40 किलो वज़नी रोबोट्स के बीच द्वंद्व रचा जायेगा और आखिरी तक मैदान में टिकने वाले रोबोट के निर्माता विजयी होंगे।
उसी दिन दूसरे इवेंट 'आई स्ट्राइक' का आयोजन C.S.A. के साथ कराया जा रहा है जिसमें 'इमेज प्रोसेसिंग' के ज्ञान की परीक्षा होगी| तीसरे इवेंट ‘ट्रेकोमेनिया’ का आयोजन 27 फरवरी को किया जायेगा, जिसमें 'लाइन फोल्लोइंग' प्रणाली द्वारा बनाये गए रोबोट को पूर्व निर्धारित पथ पर अधिकतम समय तक चलना होगा |'रोबोट्स एट वॉर' तथा 'ट्रेकोमेनिया' को EnI अस्सोक के साथ आयोजित कराया जायेगा|
'ट्रेकोमेनिया' तथा 'आई स्ट्राइक' से जुड़ी विशिष्टताओं को सिखाने के लिये तथा बिट्स में प्रचार एवं प्रसार के लिए समिति अपोजी से एक हफ़्ते पहले एक उपयुक्त कार्यशाला का आयोजन करती है। प्रतिभागी छात्र इनके सभी कार्यक्रमों से जुड़े व्यावहारिक तथ्यों के बारे में जान पायेंगे तथा प्रतिभागियों को सभी उपकरण भी प्रदान किये जाऐगे। इस कार्यशाला की नामांकन प्रक्रिया इसी हफ़्ते होने का अनुमान है। तकरीबन 10 बिट्स टीमें तथा 15 से 20 अतिथि टीमें हर वर्ष इनके इवेंट्स में हिस्सा लेती आई है। प्रतिभागिता को और बढ़ाने के लिए इन इवेंट्स के भावी चरणों के वेबसाइट पर हलांश प्रदान कर और सरल बनाने की कवायद जारी है।
समन्वयक पिनाकिन ने प्रोजेक्ट पिचिंग के निरीक्षण को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया की छात्रों द्वारा प्रायोजित प्रोजेक्ट्स को व्याख्याताओं द्वारा निरिक्षित किया जाना चाहिए। ये प्रोजेक्ट प्रतियोगिता मात्र न होकर ज्ञानवर्धक तभी बन पायेंगे जब उपयुक्त संकाय का शिक्षक ही इन कृतियों को परखें तथा प्रतिभागी को भविष्य के लिए भी मार्गदर्शित करें। वे चाहते हैं की परिसर की सभी प्रोद्योगिक समितियां मिलकर इसे प्रभारजनों के सामने प्रस्तावित करें। जिससे निश्चित ही ज्यादा विद्यार्थी अपनी रचनात्मकता तथा नवीन सोच इन प्रोजेक्ट प्रदर्शन के ज़रिये सामने लाने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
अस्सोक के विद्यार्थियों को प्रचार प्रसार के लिए विशेष तौर पर ज़िम्मेदारी दी गयी है जो पिछली बार की तुलना मे इवेंट्स को और लोकप्रिय बनाने के लिए काम करेंगे। संयोजक ने सभी को यही सन्देश दिया कि इस बार अपोजी पिछले वर्ष से निश्चित ही बेहतर और ज्यादा रोचक होगा, जिसमें भाग लेने से किसी को नहीं चूकना चाहिए।
संघ के पहले इवेंट 26 फरवरी को आयोजित ‘रोबोट्स एट वार’ में छात्रों द्वारा निर्मित लगभग 40 किलो वज़नी रोबोट्स के बीच द्वंद्व रचा जायेगा और आखिरी तक मैदान में टिकने वाले रोबोट के निर्माता विजयी होंगे।
उसी दिन दूसरे इवेंट 'आई स्ट्राइक' का आयोजन C.S.A. के साथ कराया जा रहा है जिसमें 'इमेज प्रोसेसिंग' के ज्ञान की परीक्षा होगी| तीसरे इवेंट ‘ट्रेकोमेनिया’ का आयोजन 27 फरवरी को किया जायेगा, जिसमें 'लाइन फोल्लोइंग' प्रणाली द्वारा बनाये गए रोबोट को पूर्व निर्धारित पथ पर अधिकतम समय तक चलना होगा |'रोबोट्स एट वॉर' तथा 'ट्रेकोमेनिया' को EnI अस्सोक के साथ आयोजित कराया जायेगा|
'ट्रेकोमेनिया' तथा 'आई स्ट्राइक' से जुड़ी विशिष्टताओं को सिखाने के लिये तथा बिट्स में प्रचार एवं प्रसार के लिए समिति अपोजी से एक हफ़्ते पहले एक उपयुक्त कार्यशाला का आयोजन करती है। प्रतिभागी छात्र इनके सभी कार्यक्रमों से जुड़े व्यावहारिक तथ्यों के बारे में जान पायेंगे तथा प्रतिभागियों को सभी उपकरण भी प्रदान किये जाऐगे। इस कार्यशाला की नामांकन प्रक्रिया इसी हफ़्ते होने का अनुमान है। तकरीबन 10 बिट्स टीमें तथा 15 से 20 अतिथि टीमें हर वर्ष इनके इवेंट्स में हिस्सा लेती आई है। प्रतिभागिता को और बढ़ाने के लिए इन इवेंट्स के भावी चरणों के वेबसाइट पर हलांश प्रदान कर और सरल बनाने की कवायद जारी है।
समन्वयक पिनाकिन ने प्रोजेक्ट पिचिंग के निरीक्षण को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया की छात्रों द्वारा प्रायोजित प्रोजेक्ट्स को व्याख्याताओं द्वारा निरिक्षित किया जाना चाहिए। ये प्रोजेक्ट प्रतियोगिता मात्र न होकर ज्ञानवर्धक तभी बन पायेंगे जब उपयुक्त संकाय का शिक्षक ही इन कृतियों को परखें तथा प्रतिभागी को भविष्य के लिए भी मार्गदर्शित करें। वे चाहते हैं की परिसर की सभी प्रोद्योगिक समितियां मिलकर इसे प्रभारजनों के सामने प्रस्तावित करें। जिससे निश्चित ही ज्यादा विद्यार्थी अपनी रचनात्मकता तथा नवीन सोच इन प्रोजेक्ट प्रदर्शन के ज़रिये सामने लाने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
अस्सोक के विद्यार्थियों को प्रचार प्रसार के लिए विशेष तौर पर ज़िम्मेदारी दी गयी है जो पिछली बार की तुलना मे इवेंट्स को और लोकप्रिय बनाने के लिए काम करेंगे। संयोजक ने सभी को यही सन्देश दिया कि इस बार अपोजी पिछले वर्ष से निश्चित ही बेहतर और ज्यादा रोचक होगा, जिसमें भाग लेने से किसी को नहीं चूकना चाहिए।