डी.वी.एम-निखिल वर्मा
प्रस्तुत है हिंदी प्रेस हुई उनकी वार्ता के मुख्य अंश :
जानिए बॉसम को सफल बनाने में डी.वी.एम् कैसे एक महत्वपूर्ण कड़ी है :
· बॉसम की वेबसाइट को बनाने और सँभालने की ज़िम्मेदारी भी डी. वी .एम की है।
· बाहर से आए छात्रों एवं बिट्स के अन्य डिपार्टमेंट्स जैसे : पी.सी.आर, रेक एन ऐक के बीच मध्यस्थता करना और बाहर से आए मेहमानों के बिट्स में आवास के दौरान उनका लेखा - जोका रखना भी एक ज़रूरी कार्य है, जो डी.वी.एम् के बहुत ही ज़िम्मेदारी से निभाता आ रहा है ।
· भाग न लेने वाले छात्रों में बॉसम के प्रति रूचि बनाए रखने के लिए सभी खेलों और इवेंट्स की कवरेज एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है ।
· उनके अनुसार कुछ ऐसे पहलु जो की बॉसम में दिक्कतें पैदा करते है। :
· कुछ खेलों के प्रति छात्रों की अरुचि और कुछ खेलों के प्रति दिवानगी, इसके कारण खिलाड़ियों के मन में एक हीन भावना पैदा होती है ।
· आने वाले छात्रों के लिए आवास सुविधा की कमी बॉसम में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या में कमी लाने वाला एक महत्वपूर्ण बिंदु है।
· कुछ अन्य बातें जो निखिल ने हिंदी प्रेस क्लब के साथ साझा की :
· इस वर्ष बॉसम के लिए जो एप बनाया गया है उसमें पिछले वर्ष की तुलना में काफ़ी सुधार किए गए है ।
· वह डी.वी.एम् में नव-नियुक्त प्रथम वर्षीय छात्रों के सिखने एवं अपने तकनीकी हुनर को पेश करने के लिए बॉसम को एक अच्छा ज़रिया मानते है।
जानिए बॉसम को सफल बनाने में डी.वी.एम् कैसे एक महत्वपूर्ण कड़ी है :
· बॉसम की वेबसाइट को बनाने और सँभालने की ज़िम्मेदारी भी डी. वी .एम की है।
· बाहर से आए छात्रों एवं बिट्स के अन्य डिपार्टमेंट्स जैसे : पी.सी.आर, रेक एन ऐक के बीच मध्यस्थता करना और बाहर से आए मेहमानों के बिट्स में आवास के दौरान उनका लेखा - जोका रखना भी एक ज़रूरी कार्य है, जो डी.वी.एम् के बहुत ही ज़िम्मेदारी से निभाता आ रहा है ।
· भाग न लेने वाले छात्रों में बॉसम के प्रति रूचि बनाए रखने के लिए सभी खेलों और इवेंट्स की कवरेज एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है ।
· उनके अनुसार कुछ ऐसे पहलु जो की बॉसम में दिक्कतें पैदा करते है। :
· कुछ खेलों के प्रति छात्रों की अरुचि और कुछ खेलों के प्रति दिवानगी, इसके कारण खिलाड़ियों के मन में एक हीन भावना पैदा होती है ।
· आने वाले छात्रों के लिए आवास सुविधा की कमी बॉसम में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या में कमी लाने वाला एक महत्वपूर्ण बिंदु है।
· कुछ अन्य बातें जो निखिल ने हिंदी प्रेस क्लब के साथ साझा की :
· इस वर्ष बॉसम के लिए जो एप बनाया गया है उसमें पिछले वर्ष की तुलना में काफ़ी सुधार किए गए है ।
· वह डी.वी.एम् में नव-नियुक्त प्रथम वर्षीय छात्रों के सिखने एवं अपने तकनीकी हुनर को पेश करने के लिए बॉसम को एक अच्छा ज़रिया मानते है।